Wednesday, 26 May 2021

 ज़हन की चादर में...

शामिल कुछ ख्यालो के धागे हैं 

ओढ़े है जो किरदार.....

सब के सब आधे हैं !


Life

 Life is good with the right hood

Desire to fly, wish I could 

Disappear from the chaos 

No more caring about my flaws 

Resurrecting all that I lost... 


अासान नही होता होगा

अासान नहीं होता होगा, 

हर रोज़ की भागदौड़, 

हर सुबह घर से निकलना ,

तपती हुई धूप में खुद को तपाना

घर चलाने के लिए ही,

घर से दूर रहना ,

आसान नहीं होता होगा...

बाकी हैं

ना जाने किन मंजिलो की तलाश है ,
और कहाँ अभी पहुंचना बाकी है ,
सुना है सौ रास्ते जाते हैं उसकी जानिब की तरफ,
मुझे एक भी ना मिला ,
लगता है नासमझ कदमो का अभी भटकना बाकी हैं |